आज हम यहां पर ग्रह में सूर्य को लेंगे:-
सूर्य से संबंधित देवी देवताओं में हम विष्णु जी को मानते हैं|
सूर्य से , वह क्षत्रिय वर्ग में लिया गया
लाल किताब में सूरज का जातक बहादुर और शरीर हष्ट पुष्ट होता है|
सूर्य के जो गुण होते हैं जातक में वह आज है गुस्सा है जातक का शरीर है जातक की शरीर में जो सोचने समझने का हुनर है तब शरीर के जो अंग है और जातक की जो निपुणता है विद्या जो है वह भी सूरज की गुणों में शामिल होते है|
सूर्य शक्ति होती है वह गर्मी का भंडारी होता है लेकिन यहां पर जातक अगर नौकरी में है तो उसको स्वभाव है वह गर्मी वाला रखना होगा और अगर व्यापारी है तो नरमी वाली रखनी होगी तो सूरज जो है उसको अच्छा फल देगा |यहां पर यह भी देखना जरूरी है कि सूर्य पहले घरों में बैठा है या सूर्य 7 से 12 घरों में बैठा है|
धातु में सूरज को माणिक, तांबा, शिलाजीत से संबंधित वस्तुओं में लेते हैं|
सूरज हमारे चेहरे के अंग का दायां भाग होता है|
सूरज पोशाक में हमारे सर का सेहरा और कलगी के रूप में लिया जाता है|
सूरज को जब पशु से संबंधित में देखेंगे तो बंदर बंदरिया पहाड़ी गाय भूरी गाय लाल गाय जिसके सिंग ना हो यानी कपिला गाय|
तेज फल का वृक्ष को भी सूरज से संबंधित देखा जाता है|
अब सूर्य को मैं यहां बाराही घरों में सूर्य की विशेष व्याख्या करना चाहूंगी इस व्याख्या में, मैं सूरज के नेक बंदे होने की कोई भी बात का जिक्र नहीं करूंगी
ताकि हमें यह बात समझ में आ जाएगी अगर अमूमन सूर्य किस भाव में किस तरह का और किन वस्तुओं पर अपना प्रभाव प्रकट करता है
हम सूर्य का ताल्लुक अपने शरीर से ,हमारी आत्मा से ,हमारे पेशे से ,और हमारे सरकारी कामकाज का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा इस रूप में लेंगे|
सूर्य पहले घर में हो तो ऐसा व्यक्ति हुकूमत करने वाला होगा | जिसका ईमान से कोई ताल्लुक नहीं होगा वह धर्म पर विश्वास रखता हो या नहीं रखता हो,इस बात से सूर्य के प्रभाव में कोई फर्क नहीं पड़ेगा ऐसे जातक को हुकूमत गर्मी की दुकानदारी नरमी की उस व्यक्ति के लिए इस तरह का स्वभाव बहुत ही शुभ होगा |
यदि सूर्य दूसरे घर में हैं तू यहां मंदिर की ज्योत है जो मजहब के अधीन नहीं| यानी वह सभी धर्मों को मानने वाला होगा उसको अपने ही रोशनी का कारक होगा ऐसे व्यक्ति की आर्थिक हालत साधारण ही होगी अपनी किस्मत की शर्त नहीं लेकिन अपने साथियों और अपने बाल बच्चों के रिश्तेदारों को जरूर मालामाल कर देगा बेशक उसके भाई मांगते की तरह उसके दरवाजे पर खड़े दरवेश ही क्यों ना हो लेकिन वह उनकी सेवा करेगा और उनकी जरूरतें पूरी करेगा इससे उसकी अपनी तरक्की की बुनियाद होगी|
यदि सूर्य तीसरे घर में हो तो एक बहादुर शेर की तरह होगा , जिससे मौत भी डरे | जो नेक काम कहेगा वह कर देख लाएगा दिल से बहुत सच्चा होगा |
सूर्य चौथे घर में हो तो शाही खानदान की पैदाइश या उत्तम नस्ल से कोई वास्ता नहीं रखता लेकिन जातक के लिए राज्यों का कारक होता है ऐसे व्यक्ति ने अपने जन्म पर चाहे कोई पैसा ना देखा हो मगर औलाद को खर्च करने की हिम्मत का मालिक बना कर जाएगा अगर ऐसा जातक जिसके चौथे घर में सूर्य हो और वह गैर स्त्री के संबंध में आए तो अपनी औलाद को बर्बाद होने की कष्ट हो जाएगा और उसकी औलाद विशेषकर लड़का पैदा होने में कठिनाई हो|
सूर्य पांचवें घर में हो तो शराफत और संसारी संस्कारों को मानने वाला व्यक्ति होगा ,जलता हुआ चिराग होगा | रात पर खर्च किया गया पैसा उसको शुभ फल देगा और सब को आजाद करने के ख्याल वाला व्यक्ति होगा |
सूर्य जिसके छठे घर में होगा और वह जातक अगर जिद पर आई और गुस्सा दिखलाएं तो उसका गुस्सा इतना खतरनाक होता है कि वह अपने घर को जलता देख कर रोने की वजह खुशी के ठहाके लगाए|
छठे में जिसका सूर्य होगा उसके कारोबार अमूमन बर्बादी होंगे या अशुभ असर ही देंगे उसकी जुबान और जिस में गंदगी नए होगी बेशक उसे किस्मत का लाख मुकाबला करना पड़े|
सातवें घर में सूर्य हो जिसके जन्म पर माता-पिता समझे थे कि खानदान का सूरज निकल आया है लेकिन जैसे-जैसे इस व्यक्ति की उम्र बढ़ेगी वह जुबानी तरफ जाएगा तो वह एक दमदार सितारा बन जाएगा (बुझा हुआ सितारा )
वह जो भी सोच समझकर नेक नियत से किया हुआ काम उसका उल्टा ही नतीजा निकल आएगा जब उसका वक्त होगा सरकार की तरफ से कि उसके हक में कोई आदेश हो वैसा नहीं हो पाए|
साथ में घर का सूर्य जातक को कभी भी ऊंचे पद पर बैठने का नसीब नहीं देगा | यहां पर सूर्य ऐसे कॉल का मालिक होगा कि अगर कोई उसको तंग करें या उसको परेशानी करें तो वह खुद ही परेशान नहीं होगा बल्कि दूसरे को भी खाक में मिला देगा|
आठवें घर में सूर्य को श्मशान में जन्म माना गया है मगर फिर भी गुरु गद्दी बन जाने की हैसियत का मालिक होगा किस्मत की हार ना होगी मगर खुद अपनी वजह और अपने हाथों हारी भी किस्मत वापस न पाए दानी बहुत होगा और अगर ऐसा इंसान किसी से दान लेने चले तो उसको भी कभी नहीं मिले तो दूसरों से दान ले दूसरों की सहायता की आशा रखे तो वह गरीब के बोझ के तले ही आखिरी सांस छोड़ेगा| यहां पर 8:00 में घर के सूर्य वाले जातक को यह ध्यान रखना चाहिए कि उसको अपने खानदानी खून पर कभी भी कोई भी हमला नहीं करना चाहिए ऐसे व्यक्ति को अपने ही खून के रिश्तेदारों के साथ मुकदमा या किसी भी रूप में दुश्मनी का भाव नहीं रखना चाहिए |
9 घर में सूर्य खानदानी खून का पक्का होता है ,और अपनों की ही नहीं पड़ोसियों की भी पूरी परवरिश करेगा | यह जातक अपनी पिछली बातों में नहीं जीता है वह भविष्य की सोच कर आगे चलता है और नए रास्ते ढूंढ कर हिम्मत से उन पर चलने का हौसला वाला होता है|
सूर्य जब दसवें घर में होता है तो पैसा तो खरा है मगर बाजार में कोई कीमत नहीं | दूसरों को मापने करने वाला होता है अगर अपने गुस्से में आए तो अपनों को ही फांसी का हुक्म लिखने वाला होगा नाक पर मक्खी ना बैठने देगा झुकेंगे कभी नहीं झुकेंगे तो सिर्फ हम प्याला और हमनशी के साथ हनी जिनके साथ हम खाते पीते हैं और जो हमारे दोस्त हैं सिर्फ हम उनके सामने झुक सकते हैं ऐसा जातक होगा|
सूर्य जब ग्यारहवें घर में हो तो लालची मगर तपस्वी स्वभाव का जातक होगा अगर कोई धर्म बेचकर खाएगा तो हमारा क्या फायदा इस उसूल पर विश्वास रखने वाला होगा| जिस कदर ने कि मैं बड़े उसी कदर उसका आदर सम्मान बढ़ता जाएगा यदि ऐसा व्यक्ति गेहूं यानी सूरज के साथ गोश्त यानी सनी मिलाकर खाए तो सूरज सनी के झगड़े में केतु यानी लड़का बर्बाद होगा और दूसरों से नेकी करने वाला होगा |
12वीं घर में सूर्य का बोला गया कि सुख की नींद में सोने वाला बेफिक्र परलोक की सोचने वाला राजा स्वभाव ही होगा रूहानी शक्ति को जानने की इच्छा रखने वाला होगा जिस के राज में बंदर भी घोंसला बनाना सीख जाएंगे|
अगर धर्म खाने का आदि हो तो दिनदहाड़े चोरी के वाक्यात होंगे | जिंदगी बे आराम होगी | उपाय के तौर पर ऐसे जातक को साधु की सेवा करनी चाहिए और शुक्र पालना मददगार होगी बहुत बुरा वक्त कभी नहीं आएगा गरीब और निसंतान नहीं होगा|
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