LAL KITAB OR GRAH
चंद्र: सम्मानजनक की स्त्रियों को कष्ट देने जैसे, माता, नानी, दादी, सास और उनके पद के समान वाली स्त्रियों को कष्ट देने व किसी से द्वेष पूर्वक ली वस्तु के कारण चंद्रमा अशुभ फल देता हैI
बुध: अपनी बहन अथवा बेटी को कष्ट देने और बुआ साली या मौसी को कष्ट देने से बुध अशुभ फल देता हैI इसी के साथ किन्नर या हिजड़े को कष्ट देने पर भी बुध अशुभ फल देता हैI
गुरु: अपने पिता, दादा, नाना को कष्ट देने अथवा इनके जैसा सम्मानित व्यक्ति को कष्ट देने गए साधु संतों को कष्ट देने से गुरु अशुभ फल देता हैI
सूर्य: किसी का दिल दुखाने, किसी भी प्रकार की टैक्स चोरी करने, और किसी भी जीव की आत्मा को चोट पहुंचाने पर सूर्य अशुभ फल देता हैI
शुक्र: अपने जीवनसाथी को कष्ट देने, किसी भी प्रकार के गंदे वस्त्र पहन ने, घर में गंदे और फटे पुराने कपड़े रखने से शुक्र अशुभ फल देता हैI
मंगल : भाई से झगड़ा करने, भाई के साथ धोखा करने से मंगल के अशुभ फल शुरू हो जाते हैंI इसी के साथ अपनी पति या अपनी पत्नी के भाई यानी साला का अपमान करने पर भी मंगल अशुभ फल देता हैI
शनि: ताऊ चाचा से झगड़ा करने और किसी भी मेहनत करने वाले व्यक्ति को कष्ट देने, ,अपशब्द कहने और इसी के साथ शराब, मांस खाने से शनिदेव अशुभ फल देते हैंI कुछ लोग मकान में दुकान किराए से लेने के बाद खाली नहीं करते अथवा उसके बदले पैसा मांगते हैं तो शनि अशुभ फल देने लगता है
राहु: राहु सांप का ही रूप है इसलिए सपेरे का दिल दुखाने से बड़े भाई को कष्ट देने से ननिहाल पक्ष वालों का या ससुराल पक्ष वालों का अपमान करने से या हाथी जानवर को या अपनी छत को सही कराने से या अपने घर के शौचालय की मरम्मत कराने से अगर राहु गलत घरों में बैठा हो तो अशुभ हो जाता है
केतु: भतीजे व भांजे का दिल दुखाने बेटे का दिल दुखाने या अपने घर में पाले हुए कुत्ते का दिल दुखाने पर या उनका हक छीनने पर केतु अशुभ फल देता है कुत्ते को मारने या किसी के द्वारा मरवाने पर भी केतु अशुभ फल देता है मंदिर को तोड़ने या मंदिर की जो झंडा होता है उसको नष्ट करने पर भी अशुभ होता है किसी से धोखा करने या किसी की झूठी गवाही देने पर भी राहु और केतु दोनों अशुभ फल देते हैंI
अतः मनुष्य को अपना जीवन व्यवस्थित जीना चाहिए किसी को कष्ट या छल कपट द्वारा अपनी रोजी-रोटी नहीं चलानी चाहिएI किसी भी प्राणी को अपने अधीन नहीं समझना चाहिए जिससे हमारी कुंडली के ग्रह हमें अशुभ फल दे और हमें कष्ट सहना पड़े